कनकचौरी, रुद्रप्रयाग गाँव के पास एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित, कार्तिक स्वामी मंदिर भगवान शिव के पुत्र भगवान कार्तिक को समर्पित सबसे प्रमुख मंदिरों में से एक है।
मंदिर से बर्फ से ढकी हिमालय की चोटियों के खूसूरत नज़ारे देखे जा सकते है।
जब बारिश होती है, तो मंदिर का माहौल अलौकिक हो जाता है और ऐसा लगता है कि मंदिर बादलों से उड़ रहा है।
कनकचौरी गांव से 3 किमी का ट्रेक करके मंदिर तक पंहुचा जाता है।
मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा पर यहां घंटी चढ़ाने से मनोकामना पूरी होती है।
संध्या आरती या शाम की प्रार्थना यहाँ विशेष रूप से मंत्रमुग्ध कर देने वाली होती है, जिसमें पूरा मंदिर परिसर टोलिंग घंटियों और भजनों से गुंज उठता है।