देवी दुर्गा को समर्पित नौ दिनों का त्योहार, पारंपरिक गरबा नृत्य और संगीत के साथ मनाया जाता है।
कच्छ के रण में आयोजित एक सांस्कृतिक उत्सव, जो गुजरात की समृद्ध संस्कृति और कला का प्रदर्शन करता है।
मकर संक्रांति पर मनाया जाने वाला पतंगबाजी का त्योहार।
तारनेतर शहर में तीन दिवसीय मेला आयोजित किया जाता है, जिसमें पारंपरिक नृत्य और हस्तशिल्प की विशेषता होती है।
जूनागढ़ में भवनाथ महादेव मंदिर में आयोजित एक उत्सव, जिसमें हजारों भक्त आते हैं।
शामलाजी शहर में आयोजित एक मेला, जिसमें पारंपरिक नृत्य और अनुष्ठान होते हैं।
मोढ़ेरा में सूर्य मंदिर में आयोजित तीन दिवसीय उत्सव, जिसमें शास्त्रीय नृत्य प्रदर्शन होते हैं।
संगीत, नृत्य और भोज के साथ भगवान कृष्ण के जन्म का जश्न मनाने वाला त्योहार।